Vijebhatia’s poetic expressions capture the nuances of life. It offers insights, motivation, and reflections on the transformative power within.
Each poem and shayari piece is crafted to inspire, uplift, and ignite a positive change within. Whether it’s exploring the depths of self-discovery, navigating life’s challenges, or celebrating the joyous moments, this collection harmonizes with the overarching theme of self-improvement.
तुझे पता नहीं… तेरा मर्ज भी तू ही तुझे पता नहीं तेरी दवा भी तू ही तुझे पता नहीं है तेरी नजर में कुछ नहीं तू पर खुदाई पूरी समाई तुझ में तुझे पता नहीं वह किताब जो तू आज… Continue Reading →
हैरान कर गई बोझ की आदत हुई ही थी कि गमों का एक थैला और थमा गई जिंदगी फिर मुझको हैरान कर गई अपने ख्वाबगाह के बंद कर दरवाजे सारे सोचा बना लूंगा आशियाना अपना एक दरार से जाने कैसे … Continue Reading →
पहले जैसा कुछ नहीं जिंदगी की यही रीत है समय के साथ सब ठीक हो जाएगा तुम्हें अब हिम्मत रखनी होगी सलाह आजकल सभी यही देते हैं पहले जैसा लेकिन अब कुछ भी नहीं है धरती वही है, वही रहे… Continue Reading →
समय पैसा है तो नहीं है समय पैसा नहीं तब भी नहीं है समय बदलते हैं मौसम पर उन्हें लाता है समय सूरज चांद का भी रोजाना होता है एक समय जो मां बाप ने दिया था मुझको वह बहुत… Continue Reading →
रिश्ता कब टूट जाता है बड़े दिनों से कुछ यादें जहन पर दस्तक देती हैं दौड़कर पहुंचता हूं मैं… पर चेहरा कोई नजर नहीं आता है जोड़ती है जो मुझको… सबसे वह डोर कभी नजर नहीं आती यही है वह … Continue Reading →
हिम्मत अभी बाकी है कभी जब गिर जाता हूं तो लगता है उठ नहीं पाऊंगा अब फिर भी मुस्कुराता हूं दिखाता हूं कि ठीक हूं मैं लेकिन नकाब यह किसके लिए है खुद से कैसे छुपा लूंगा मैं भाग नहीं… Continue Reading →
मेरी रियल पहचान बाजार लगा है हर तरफ बेचने इंसान को… इंसान ही खड़ा है पता हो कीमत तो बिकने को हर इंसान तैयार है बातें इमोशंस की अब जरा पुरानी लगती हैं आजकल तो भगवान भी सेल पर लगा… Continue Reading →
दिल के कंपार्टमेंट … पढ़ाया था स्कूल में दिल के हिस्से होते हैं दांया बांया जिन्हें कहते हैं उम्र बीत गई… आधी तो विज्ञान यह समझ आया जिन्हें हम अलग-अलग हिस्से कहते हैं उनमें अलग-अलग रिश्ते रहते हैं हां हो जाती… Continue Reading →
जरा झांक अपने दिल में… इश्क खुद से ना किया तो किसी और से मोहब्बत क्या होगी मेरी बातें जो समझ ना पाई मेरी खामोशी उसे क्या समझ आई होगी मसला दरअसल यह समझने का ही तो है मोहब्बत क्या… Continue Reading →
सपनों का साइज… कब तक अपने सपनों के पीछे दौड़ता रहूंगा हमेशा यही सीखा कि दिल की सुनो काम वही करो जो मन को अच्छा लगे तो जिंदगी खुशियों से भर जाएगी पर अपने सपनों की इस दौड़ में पता… Continue Reading →
ये like, share, comment की दुनियाये subscription के झूठे icon की दुनियाये आमने सामने बैठमैसेज करती हुई दुनिया ये emoji में इमोशंसको बेचती हुई दुनियागर ऐसी ही है… तोतुमको ही मुबारक हो ये दुनिया इस दुनिया को ये कौनसा वायरल… Continue Reading →
दिवाली…मात्र एक मात्रा के फर्क सेहोती है दिवालीहटी जो मात्रा, तो यह किस्सा हो गयाकिसी की दीवाली हो गईकिसी का दीवाला हो गया मात्रा भी तो यह कोई आम नही हैइक छत सी रहती है अक्षर परछत हो जैसे किसी… Continue Reading →
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